नैनों की पुतलियों में, सरकार रम गये हैं
तर्ज़ – ये रेशमी जुल्फें, ये शरबती आँखें नैनों की पुतलियों में, सरकार रम गये हैं,दर्द की दास्तां, फिर सुनाऊँ …
तर्ज़ – ये रेशमी जुल्फें, ये शरबती आँखें नैनों की पुतलियों में, सरकार रम गये हैं,दर्द की दास्तां, फिर सुनाऊँ …
तर्ज़ – गाड़ी वाले मन्नै बिठाले, इक बर गाड़ी थाम नैण मिलाले, खाटूवाले,दीनबन्धु भगवान,दया कर थोड़ी सी ।दुखियाजन को गले …
तर्ज – धीरे धीरे बोल कोई सुन न ले राधे राधे बोल श्याम आएंगे ,आएंगे श्याम आएंगे, अरे बरसाना कहाँ …
तर्ज – कुण सूनेलो किन सुनावुं तेरे बिन श्याम अब, रहा नहीं जाये,दर्द जुदाई का, सहा नहीं जाये।। व्याकुल है …
तर्ज : एक प्यार का नगमा है रोती हुई आँखों को, मेरे श्याम हँसाते है,जब कोई नहीं आता, मेरे श्याम …
तर्ज़ :- फ़िज़ा के फूल पे आती कभी बहार नही मैं हूँ गरीब, मेरे पास, फूल हार नही,मेरे नसीब में …
मैं दुखिया नीर बहाता, तू बैठा मौज उडाताकुछ तो सोच विचार रहम कर,दीनानाथ कुहाता कुहातामै दुखिया नीर बहाता……. ध्रुव प्रहलाद …
तर्ज़- साजन मेरा उस पार है दर्शन मिल जाये सरकार काभूखा हूँ बाबा तेरे प्यार का.. |दर्शन मिल जाये…. तेरा …
तर्ज़ – मैं तेरे इश्क में मर ना जाऊं कहीं …. श्याम दिखता नहीं,पर वो मौजूद है,जब मिलेगा इशारा,समझ आएगा,दीन दुखियों …
तर्ज़ :- तेरा साथ है तो,मुझे क्या कमी है विश्वास है तो, सहारा मिलेगा,वही साथ है, ये इशारा मिलेगा दिखती …