याद  तेरी  आयी  जणा  आँख  मेरी  रोयी रे

याद  तेरी  आयी  जणा  आँख  मेरी  रोयी रे

याद  तेरी  आयी  जणा  आँख  मेरी  रोयी रे ।
हियो फाटयो मेरो तन्ने खबर क्यू ना होयी रे ।

हिवड़े री पीड़ बाबा, किनै जा सुणाऊँ मैं ।
तेरो दर छोड़ बाबा, और कठे जाऊ मैं ।
थारी नज़रा में म्हारी क़ीमत ना कोई रे ।।
याद  तेरी  आयी  जणा  आँख  मेरी  रोयी रे ।
हियो फाटयो मेरो तन्ने खबर क्यू ना होयी रे ।

मनड़ रो पंछी मेरो पिहू-पिहू बोले रे ।
दुनिया मारे ताना बाबा आँख क्यू ना खोले रे ।
तेरे बिना श्याम मेरो दुसरो ना कोई रे ।
याद  तेरी  आयी  जणा  आँख  मेरी  रोयी रे ।
हियो फाटयो मेरो तन्ने खबर क्यू ना होयी रे ।

मनड़े रो मीत रुस्या कठे जी धराऊ रे
बिना मारया ही बाबा मैं तो मर जाऊँ रे ।
थारे बिना श्याम मेरी हालत या होयी रे ।
याद  तेरी  आयी  जणा  आँख  मेरी  रोयी रे ।
हियो फाटयो मेरो तन्ने खबर क्यू ना होयी रे ।

‘अणतु’ भगत थारो श्याम जी दीवानों रे ।
बिगड़ी बनाओ दाता टाबर थारो जाणो रे ।
प्रेम डोर खेंचो बाबा बोलो क्यू डुबाई रे ।।
याद  तेरी  आयी  जणा  आँख  मेरी  रोयी रे ।
हियो फाटयो मेरो तन्ने खबर क्यू ना होयी रे ।

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