![हार गया मै, श्याम, हाथ फिरा दो श्याम](https://bhajankitab.com/wp-content/uploads/2023/07/god-lord-krishna-wallpaper-preview-1-6.jpg)
तर्ज़:- सुन सांवरे,तेरे भरोसे मेरी नाव रे
सुन सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम रे,
हार गया हूं, बाबा, हार गया हूं,बाबा,
अब तो आके थाम रे,
हार गया मै श्याम, हाथ फिरा दो श्याम
हार गया मै श्याम, हाथ फिरा दो श्याम
हार गया मै श्याम, हाथ फिरा दो श्याम
दर्दी के तूने बाबा, दर्द मिटाएं,
दुखड़े गिनाऊ कितने, जाये ना गिनाए,
दर्दी के तूने बाबा, दर्द मिटाएं,
मैंने सुना है दर पे,ओ ssssss,
मैंने सुना है दर पे,बनते बिगड़े काम रे,
सुन सांवरे, हारे का सहारा, तेरा नाम रे,
हार गया मै श्याम, हाथ फिरा दो श्याम
काहे करे तू ऐसे, आंख मिचौली,
हालात पे दुनिया वाले, करते है ठिठोली,
काहे करे तू ऐसे, आंख मिचौली,
ले लो शरण में अपनी, ओ ssss,
ले लो शरण में अपनी, आया तेरे धाम रे,
सुन सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम रे
रोता जो आया उसको, पल में हसाया,
हर्ष दीवाने को क्यों, तूने बिसराया,
रोता जो आया उसको, पल में हसाया,
तेरी दया से होगा, ओ sssss,
तेरी दया से होगा, अब तो आराम रे,
सुन सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम रे
यह गाना एक अत्यंत आत्मीय और भावनात्मक अनुभव को व्यक्त करता है, जहाँ गायक भगवान को अपने हार के समय में अपने साथ होने की प्रार्थना करता है।
“सुन सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम रे” – इस पंक्ति में गायक भगवान को अपने सहारे की आवश्यकता की अपील करता है, और उनके नाम को उत्कृष्ट मानता है। यहां उन्होंने अपनी हार की बात की है, जिसे वह भगवान के साथ ले जाना चाहता है।
“हार गया हूं, बाबा, हार गया हूं, बाबा” – यह पंक्ति गायक की अत्यंत आत्मीय भावना को व्यक्त करती है, जहां वह भगवान के सामने अपने असमर्थता का इजहार करता है और उनकी मदद की प्रार्थना करता है।
“अब तो आके थाम रे” – इस पंक्ति में, गायक अपने इश्वर को अपने पास आने के लिए आमंत्रित करता है, और उन्हें अपने साथ अपनी हार को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना करता है।
गाने के माध्यम से, गायक अपने भावनात्मक संवाद में बाबा (भगवान) के साथ अपनी अत्यंत निजी संबंध को व्यक्त करता है, जो उनके हार के समय में उनके साथ होने की प्रार्थना करता है। इस गीत में एक गहरी आत्मीयता और श्रद्धा का अनुभव होता है, जो भगवान के साथ संबंध को उजागर करता है।