ये ना समझो श्याम, तुम्हें ताने मैं सुनाता हूँ

ये ना समझो श्याम, तुम्हें ताने मैं सुनाता हूँ

तर्ज़:- नैया है मझदार, श्याम इसे पार लगा जाओ

ये ना समझो श्याम, तुम्हें ताने मैं सुनाता हूँ,
दुखती है ये बात, तेरे रहते दुःख पाता हूँ,
दुखती है ये बात, तेरे रहते दुःख पाता हूँ,
ये ना समझो श्याम…….

माना गलती मुझसे हुई है, अब तो बाबा माफ करो,
भला बुरा हूँ, मैं तेरा हूँ, मेरा भी इंसाफ करो,
लगा गले तस्वीर, तेरी, आंसू मैं बहाता हूं,
दुखती है ये बात, तेरे रहते दुःख पाता हू,
ये ना समझो श्याम…….

देख के मेरी हालत बाबा, धर बैठा है कैसा मौन,
मेरे हक में तू ना बोला, बोल भला बोलेगा कोन,
तुझे पता है श्याम,मैं फिर भी तुम्हें बताता हूँ,
दुखती है ये बात,तेरे रहते दुःख पाता हूँ,
ये ना समझो श्याम…….

जब भी निहारूँ खुद को बाबा, टूट सदा ही जाता हूँ,
देख के सुरत श्याम तुम्हारी, थोड़ी हिम्मत पाता हूँ,
सब ठीक करेगा श्याम, सचिन ये धीर बंधाता हूँ,
दुखती है ये बात, तेरे रहते दुःख पाता हूँ,
ये ना समझो श्याम…….

ये ना समझो श्याम, तुम्हें ताने मैं सुनाता हूँ,
दुखती है ये बात, तेरे रहते दुःख पाता हूँ,
दुखती है ये बात, तेरे रहते दुःख पाता हूँ

2 thoughts on “ये ना समझो श्याम, तुम्हें ताने मैं सुनाता हूँ”

Leave a comment