तुम सझ धज कर के बैठे हो

तुम सझ धज कर के बैठे हो

तुम सझ धज कर के बैठे हो,
किसी की नजर ना लगे श्याम सरकार….

लाल गुलाब के फूलो से किसने तुम्हे सजाया हे,
महक रहा दरबार तुम्हारा इतना इत्र लगाया हे,
तुम इतने प्यारे लगते हो
किसी की नजर ना लगे……..

केसर चन्दन तिलक लगा बैठा बैठा मुस्काये,
केसरिया बागा पहने हो भक्तो के मन भाये,
तुम भोले भाले हो बाबा ॥
किसी की नजर ना लगे……

आज तेरा दरबार लगा गूंज रहा हे जैकारा,
दुनिआ आयी लूटने खातिर खोल दे बाबा भंडारा,
बनवारी नजर उतारू तेरी ॥

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