धुन- जो हम तुम चोरी से
श्याम घर आया जी, नैन भर आया जी
आवो जी आवो म्हारा श्याम – स्वागत है आपका ||
बैठ बैठो बाबा मैं आँगणियों बुहारू
नैणा नीर बहाकर थारा चरण पखारू
हाज़िर है हर घडी हर घड़ी सेवक ये आपका || १ ||
की करणी स बाबा थे म्हारा घरां पधारया
जीवडे सूं भी ज्यदा थे लागो म्हान प्यारा
सुधर गया ये जनम जनम तेरे गुलाम का || २ ||
बोलो बाबा बोलो ना काँई मर्जी थारी
” बनवारी ” किरपा कर थे अर्जी सुनली म्हारी
जनम जनम सेवा करूँ दास रहूँ मैं अपने श्याम का || ३