दर्शन मिल जाये सरकार का

दर्शन मिल जाये सरकार का

तर्ज़- साजन मेरा उस पार है

दर्शन मिल जाये सरकार का
भूखा हूँ बाबा तेरे प्यार का.. |
दर्शन मिल जाये….

तेरा और मेरा ऐसा प्यार हो
दुनियाँ के सारे सुख बेकार हो
पतझड़ क्या और फिर बहार क्या… || १ ||
दर्शन मिल जाये….

दिल में बिठाया सरकार को
मालुम है सारे संसार को
हमको किसी की दरकार क्या… || २ ||
दर्शन मिल जाये…

बड़ी मुसीबत ही मुसीबत है
हमको एक साथी की ज़रूरत है
” बनवारी ” अपनों से इनकार क्या… || ३ ||
दर्शन मिल जाये…

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