श्री कृष्णा कहते है
श्री कृष्णा कहते है की ~ मान, अपमान, लाभ-हानि, खुश हो जाना या दुखी हो जाना यह सब मन की …
श्री कृष्णा कहते है की ~ मान, अपमान, लाभ-हानि, खुश हो जाना या दुखी हो जाना यह सब मन की …
श्री कृष्णा कहते है की स्वार्थ संसार का एक ऐसा कुआं है जिसमें गिरकर निकल पाना बड़ा कठिन होता हैं। …
श्री कृष्णा कहते है की ~ अहंकार करने पर इंसान की प्रतिष्ठा, वंश, वैभव, तीनों ही समाप्त हो जाते हैं। …
श्री कृष्णा कहते है ~ मन बहुत चंचल है, जो इंसान के दिल में उथल-पुथल कर देता है। ~ जब …
श्री कृष्णा से सीखने की बातें आत्मा का अंतिम लक्ष्य परमात्मा में मिल जाना होता है। इंसान नहीं, उसका मन …
तर्ज- झिलमिल झिलमिल चूनड़ी मं, तारा चमकै रिमझिम रिमझिम आँख्यां सैं आँसूड़ा बरसे,श्यामधणी सैं मिलबा तांई, मनड़ो तरसै ।। जल …
थासू नेह लगायके नैना टपकै नीरथारै दर्शन के बिना मनडो धरे न धीरसांवरिया थारी ओलयुडी म्हाने आवै बाबा श्यामम्हारा सांवरा …
क्यों पूछते हो श्याम, मुझे क्या पसंद है,मेरी पसंद आपकी, मुट्ठी में बंद है,मेरी पसंद आपकीं, मुट्ठी में बंद है……. …
तर्ज – चांदी की दिवार ना आणो पड़सी हे मनमोहन, थानै भगत बुलावै है,दीनानाथ अनाथ का बंधु, थानै सब ही …
तर्ज़ – आयो सावलियो सरकार म्हारो कुण रखेगो ध्यान बाबा से बढ़ के बाबा से बढ़ के रे बाबा से बढ़ …