तर्ज – खाटू को श्याम रंगोलो
चाकरियो मिलबा आयो जी सांवरिया
सुण सुण थार नाम को डंको
नाम का डंको-थार नाम को डंको
दरशन करवा आयो जी सांवरिया
चाकरियो… ।।
सेवा मँ थार अणगिण चाकर
अणगिण चाकर – थार अणगिण चाकर
उण में जुड़वा आयो जी सांवरिया
चाकरियो… ।।
दरश करांगा नित सेवा करांगा
सेवा करांगा नित दरश करांगा
‘नन्दू’ रूतवो भायो जी सांवरिया
चाकरियो… ।।