तर्ज़ :- तेरे बिना ज़िंदगी से कोई शिकवा
तेरे बिना लागे नही मेरा, जियरा, सांवरे,
जिया लागे ना, जिया लागे ना,जिया लागे ना,
तेरे बिना ज़िंदगी ये मेरी,
कुछ भी, तो नही, कुछ भी नही,
कुछ भी नही,कुछ भी नही
तेरी पूजा मे, तेरी भक्ति में, बीते जीवन मेरा,
इसके सिवा, क्या मै मांगू,
तेरे भजनो में,तेरी मस्ती में,बीते दिन ये मेरा,
और ना कुछ ,अब मै चाहुँ,
तेरे तराने ही, गा के बाबा, मिले हर खुशी,
तेरे बिना लागे नही मेरा,जियरा……
तेरे आने से, मेरे जीवन की, सूनी बगिया में भी,
खिल गई, हर कली,
तेरी किरपा से, बुझते दीपक की,लौ को भी,
मिल गई, रौशनी…. रौशनी,
हर जनम में, चाहुँ मै बस, तेरी बंदगी,
तेरे बिना लागे नही मेरा,जियरा……
तेरी राहों में, तेरी मंजिल पे, यूँ ही बढ़ता रहे,
अब मेरा, हर कदम,
तेरी मंदिर में, तेरे चरणो में, यूँ ही झुकता रहे,
बाबा मेरा, अब ये सिर ,
बिन मांगे ही, झोली भरता, मेरा सांवरा,
तेरे बिना लागे नही मेरा,जियरा……
तेरे बिना लागे नही मेरा, जियरा,,सांवरे,
जिया लागे ना, जिया लागे ना,जिया लागे ना,
तेरे बिना ज़िंदगी ये मेरी,
कुछ भी, तो नही, कुछ भी नही,
कुछ भी नही,कुछ भी नही