श्री कृष्णा कहते है
श्री कृष्णा कहते है ~ मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे …
श्री कृष्णा कहते है ~ मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे …
श्री कृष्णा कहते है ~ बहुत विनम्रता चाहिए रिश्तों को निभाने के लिए, छल कपट से तो सिर्फ महाभारत रची …
श्री कृष्णा कहते है की ~ जो इस लोक में अपने काम की सफलता की कामना रखते हैं, वे देवताओं …
श्री कृष्णा कहते है की ~ मान, अपमान, लाभ-हानि, खुश हो जाना या दुखी हो जाना यह सब मन की …
श्री कृष्णा कहते है की स्वार्थ संसार का एक ऐसा कुआं है जिसमें गिरकर निकल पाना बड़ा कठिन होता हैं। …