तर्ज – इस प्यार से मेरी तरफ ना देखो
जरा भाव से मेरे श्याम को रिझाले
श्याम आ जायेगा-2
तूँ भावना की ज्योत को जगाले
श्याम आ जायेगा-2 ।। टेर ।।
मन की आँखों से, जिसने भी देखा
इसने बदल दी, भाग्य की रेखा-2
जरा आस्था के पफूल तूँ चढ़ाले
श्याम आ जायेगा-2 ।। û ।।
भावों से रीझता है, साँवरा कन्हाई
भावना से देगा ये, हँसता दिखाई-2
कोई भाव के दो आँसू तूँ बहाले
श्याम आ जायेगा-2 ।। ü ।।
भावना का भूखा है श्याम ये हमारा
इसके सिवा ना, कुछ भी गँवारा-2
इसे भावना का भोग तूँ लगाले
श्याम आ जायेगा-2 ।। ý ।।
माता पिता ‘हर्ष’, बंधू हमारा
सारे जगत का, पालन हारा-2
बस प्रेम से इस बार तूँ बुलाले
श्याम आ जायेगा-2 ।। þ ।।
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