तर्ज – धीरे धीरे बोल कोई
जय श्री श्याम बाबा जय श्री श्याम
खाटुवाले वाले बाबा जय श्री श्याम
शरण तुम्हारी आये है , श्रद्धा के फुल चढाये है ।।
हाथ जोड़ कर मांगु मै वरदान ,
कभी ना भुलू बाबा तेरा नाम ।
आते रहे दरबार में ,डुबे रहे तेरे प्यार में
शरण तुम्हारी आये है , श्रद्धा के फुल चढाये है
जय श्री श्याम बाबा,,,,,,
करके कृपा हमको अपना लें ना,
दास समझ सेवा में लगा लेना।
सेवा करें दिल से तेरी ,,पुजा करें मन से तेरी
शरण तुम्हारी आये है,, श्रद्धा के फुल चढाये है
जय श्री श्याम बाबा,,,
दीन दयालु अजब तेरा संसार,कठिन बहुत है इसको करना पार ।
इंसान की बोली लगे ,अब तु बता वो क्या करे
शरण तुम्हारी आये है , श्रद्धा के फुल चढाये है
जय श्री श्याम बाबा,,,,,।।
नंदू सुन ले श्याम मेरी फरियाद,रहे हमेशा दुनिया मेरी आबाद
तुम्हें सौंप कर निश्चित हूं,तू रागी और मैं गीत हूं
शरण तुम्हारी आये है , श्रद्धा के फुल चढाये है
जय श्री श्याम बाबा,,,,