तर्ज : खाटूवाला खाटूवाला.
रखवाला-प्रतिपाला मेरा लाल लंगोटे वाला,
कदम-२ पर रक्षा करता, घर-२ करे उजाला।। टेर।।
निशदिन तेरा ध्यान लगाऊँ जपूं आपकी माला,
धूप दीप नित ज्योत जलाऊं, पड़े ना यम से पाला ।। १।।
लाल सूरत मेरे मन को मोहे, शीश पे मुकुट विशाला,
कानन कुण्डल तिलक विशाला, गल मोतियन की माला।। २
मन मन्दिर में वास करो-प्रभु, ओ अंजनी के लाला,
पापों को मेरे नाश करो तुम, बनके दीन दयाला।। ३।॥
राम सिया तेरे तन में सोहे, अजर अमर तेरी माया,
घर-घर होवे पूजा तेरी, सिया सुधी लाने वाला।॥ ४ ॥
लक्ष्मण मूर्छित पड़े धरणी-पर, वैद्य बुलाकर लाया,
आज्ञा पा संजीवन लाने, पवन बेग से चाला॥५॥
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